साइबर क्राइम की दुनिया में 2025 का जून महीना एक बड़ा झटका लेकर आया। गूगल के सबसे लोकप्रिय ईमेल प्लेटफॉर्म Gmail पर ऐसा हमला हुआ जिसने इंटरनेट यूज़र्स की नींद उड़ा दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 2.5 बिलियन (250 करोड़) यूज़र्स की निजी जानकारी लीक हो गई है।
इस घटना का संबंध गूगल के पार्टनर प्लेटफॉर्म Salesforce से जुड़ा है, जहाँ हमारा सभी डाटा था हैकर्स ने वही तक अपनी पहुच बनाई। शुरुआती जांच में शक की सुई ShinyHunters नामक कुख्यात हैकर ग्रुप की ओर जा रही है। और ये डाटा सच मे अब इन लोगों के कब्जे मे है।
Read More: Motorola G96 5G: दमदार फीचर्स और किफायती कीमत में लॉन्च
हमला कैसे किया गया?
साइबर सिक्योरिटी टीमों का कहना है कि यह कोई साधारण हैक नहीं था, बल्कि एक सोशल इंजीनियरिंग अटैक था। हैकर्स ने गूगल के IT स्टाफ को फोन कर खुद को कंपनी मे काम करने वाले बताया और उन्हें धोखे में डालकर सिस्टम में घुसपैठ की। सिस्टम मे कोई फर्जी एप डालकर डाटा चोरी कर लिया।
कौन-कौन सी जानकारी लीक हुई?
- कॉन्टैक्ट डिटेल्स (नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर)
- बिज़नेस से जुड़े नोट्स और मीटिंग डिटेल्स
- कुछ संवेदनशील डाटा पॉइंट्स
गूगल का दावा है कि पासवर्ड्स सेफ हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लीक हुई जानकारी का इस्तेमाल अब फिशिंग अटैक्स और फ्रॉड कॉल्स के लिए किया जा सकता है। जिसमे हैकर आपको फोन कॉल करेंगे आपके डाटा के अनुसार और फिर किसी से पैसे लूटेंगे किसी को ब्लैक्मैल भी कर सकते है
यूज़र्स पर होने वाला असर
हमले के तुरंत बाद कई Gmail यूज़र्स ने ऑनलाइन फोरम्स पर शिकायतें दर्ज कीं।
- कुछ लोगों को संदिग्ध ईमेल्स आने लगे।
- कईयों को फेक कस्टमर केयर कॉल्स मिलने लगे।
- SMS स्पैम और फ्रॉड मैसेजेज में अचानक तेजी आई है।
साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, जिन लोगों ने अपने अकाउंट्स पर कमजोर पासवर्ड्स रखे हैं, वे सबसे ज्यादा खतरे में हैं। तो अगर अभी भी आपके पास आपका अकाउंट सैफ है तो कठिन पासवर्ड रखे जिसे आपके अलावा कोई और इस्तेमाल ना कर सके।
ShinyHunters कोन है
ShinyHunters कोई नया नाम नहीं है। यह वही ग्रुप है जो पहले भी कई बड़े प्लेटफॉर्म्स को निशाना बना चुका है। और बहुत फ्रॉड कर चुका है। लेकिन इस बार उन्होंने Gmail यूज़र्स को टारगेट किया और अब आशंका जताई जा रही है कि यह डेटा डार्क वेब पर बेचा जा सकता है।
आपको लिए क्या करना सही होगा
गूगल और सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने यूज़र्स को तुरंत ये कदम उठाने की सलाह दी है:
- पासवर्ड तुरंत बदलें और आसान पासवर्ड से बचें।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें।
- गूगल के Dark Web Report फीचर से चेक करें कि आपका डेटा डार्क वेब पर तो नहीं है।
- किसी भी संदिग्ध ईमेल, कॉल या SMS से बचें।
- नियमित रूप से Google Account Security Checkup करें।
सौ बात की एक बात
250 करोड़ Gmail अकाउंट्स का डेटा लीक होना सिर्फ एक टेक्निकल गलती नहीं, बल्कि साइबर सुरक्षा की गंभीर चुनौती है। पासवर्ड चाहे सुरक्षित हों, लेकिन निजी जानकारी का लीक होना भी उतना ही खतरनाक है। आने वाले दिनों में ऐसे साइबर अटैक्स और बढ़ सकते हैं, इसलिए यूज़र्स को अपने अकाउंट की सुरक्षा को मज़बूत बनाना होगा। और किसी की बातों मे ना आए।